अरबपति सिंगर सेलेना गोमेज कभी नहीं बन सकतीं मां – ऑटोइम्यून डिजीज लूपस की वजह से, जानें इस बीमारी में शरीर क्यों बन जाता है दुश्मन
नई दिल्ली: लोकप्रिय सिंगर और अरबपति सेलेना गोमेज ने हाल ही में खुलासा किया कि वह कभी मां नहीं बन सकेंगी, और इसका कारण है उनके शरीर में ऑटोइम्यून डिजीज लूपस का होना। यह स्थिति उनके स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है। आइए जानें इस बीमारी के बारे में और समझें कि कैसे लूपस शरीर को खुद ही अपना दुश्मन बना देता है।
सेलेना गोमेज की स्वास्थ्य स्थिति:
सेलेना गोमेज ने खुलासा किया कि उनकी ऑटोइम्यून डिजीज लूपस के कारण, वह कभी मातृत्व का अनुभव नहीं कर पाएंगी। लूपस एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करती है, जिससे विभिन्न शारीरिक समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
लूपस क्या है और यह कैसे काम करता है?
- ऑटोइम्यून डिजीज: लूपस एक ऑटोइम्यून डिजीज है, जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर की अपनी ही स्वस्थ कोशिकाओं और ऊतकों को विदेशी समझ कर उन पर हमला कर देती है। यह स्थिति सूजन, दर्द, और अन्य गंभीर समस्याओं का कारण बनती है।
- शरीर पर असर: लूपस के कारण शरीर की विभिन्न प्रणालियाँ प्रभावित हो सकती हैं, जैसे कि त्वचा, गुर्दे, हृदय और जोड़। यह बीमारी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को भ्रमित कर देती है, जिससे स्वस्थ अंग और ऊतक भी नुकसान पहुंचते हैं।
- प्रजनन क्षमता पर प्रभाव: लूपस की वजह से महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसमें हार्मोनल असंतुलन, मासिक धर्म की समस्याएँ, और गर्भधारण में कठिनाइयाँ शामिल हो सकती हैं।
सेलेना गोमेज के संघर्ष:
सेलेना गोमेज ने सार्वजनिक रूप से अपनी बीमारी के बारे में बात की है और यह भी साझा किया है कि लूपस से जुड़े स्वास्थ्य मुद्दे उनकी मातृत्व की संभावनाओं को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने अपनी स्थिति को लेकर जागरूकता फैलाने और इस पर विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
लूपस के प्रति जागरूकता:
लूपस जैसी बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाना और सही समय पर चिकित्सा सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है। यह बीमारी जीवन को काफी प्रभावित कर सकती है, लेकिन सही देखभाल और उपचार से इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।
