लेबनान पर जमीनी हमले की तैयारी में इजराइल: हवाई हमलों के बाद सेना करेगी सीमा पार, अमेरिका और फ्रांस ने युद्ध रोकने की अपील की
इजराइल और लेबनान के बीच तनाव तेजी से बढ़ता जा रहा है। इजराइल ने पहले हवाई हमलों के जरिए लेबनान स्थित हिज़बुल्लाह ठिकानों पर हमला किया था, और अब जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है। यह कदम तब उठाया जा रहा है जब इजराइल ने अपनी सेना को सीमा पार करने के आदेश दिए हैं। इस बीच, अमेरिका और फ्रांस ने इजराइल से युद्ध को रोकने और शांतिपूर्ण समाधान की अपील की है।
इजराइल का बयान:
इजराइली रक्षा मंत्री ने कहा, “हम लेबनान की सीमा पर बढ़ते खतरे को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हिज़बुल्लाह के ठिकाने और उनके सैन्य प्रयासों को रोकने के लिए हमारी सेना हर कदम उठाने को तैयार है। हवाई हमलों के बाद अब हमारी सेना जमीनी कार्रवाई के लिए तैयार है।”
जमीनी हमले की तैयारी:
इजराइल की सेना ने लेबनान के साथ लगी अपनी उत्तरी सीमा पर सेना और टैंकों की तैनाती बढ़ा दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इजराइल का लक्ष्य लेबनान के भीतर स्थित हिज़बुल्लाह के ठिकानों को नष्ट करना है, जो हाल के हफ्तों में इजराइल पर रॉकेट हमले कर रहे हैं। इजराइल का दावा है कि हिज़बुल्लाह, जो ईरान समर्थित आतंकी संगठन है, उसके खिलाफ यह कार्रवाई आत्मरक्षा के तहत की जा रही है।
अमेरिका और फ्रांस की अपील:
लेबनान में बढ़ते युद्ध संकट को देखते हुए अमेरिका और फ्रांस ने इजराइल से अपील की है कि वह जमीनी हमले को रोकें और बातचीत के जरिए विवाद का हल निकाले। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, “हम इजराइल की सुरक्षा चिंताओं को समझते हैं, लेकिन जमीनी हमला क्षेत्र में स्थिरता को और कमजोर कर सकता है। हमें कूटनीतिक तरीके से समाधान खोजना होगा।” फ्रांस के राष्ट्रपति ने भी इस मुद्दे पर गहरी चिंता जताई है और शांति बहाल करने की दिशा में कदम उठाने का आग्रह किया है।
लेबनान की प्रतिक्रिया:
लेबनान के प्रधानमंत्री ने इजराइली हमलों की कड़ी निंदा करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है। उन्होंने कहा, “हमारे देश की संप्रभुता पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अगर इजराइल ने जमीनी हमला किया, तो इसका जवाब देने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं।”
क्षेत्रीय तनाव:
इस घटनाक्रम से पश्चिमी एशिया में तनाव और बढ़ गया है। पहले से ही इजराइल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष जारी है, और अब लेबनान के साथ भी स्थिति गंभीर होती जा रही है। हिज़बुल्लाह के हमलों और इजराइली जवाबी कार्रवाई के बीच आम नागरिकों की जान को भी बड़ा खतरा है। हिज़बुल्लाह ने चेतावनी दी है कि अगर इजराइल ने जमीनी हमला किया, तो वे और बड़ी प्रतिक्रिया देंगे।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता:
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस बढ़ते संघर्ष पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि इस तरह के हमलों से पूरे क्षेत्र में अस्थिरता फैल सकती है, जो वैश्विक शांति के लिए गंभीर खतरा है। संयुक्त राष्ट्र ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है और वार्ता के जरिए विवाद सुलझाने की कोशिश करने का आग्रह किया है।
अगले कदम:
इजराइल के जमीनी हमले की तैयारी के साथ यह देखना बाकी है कि क्या अमेरिका और फ्रांस की अपीलों का कोई असर होगा, या फिर यह संघर्ष एक बड़े युद्ध में तब्दील हो सकता है।
