भाजपा ने विनोद तावड़े पर लगाए नोट के बदले वोट के आरोप को किया खारिज
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी महासचिव विनोद तावड़े के खिलाफ विपक्ष द्वारा लगाए गए “नोट के बदले वोट” के आरोप को सिरे से खारिज किया है। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह आरोप महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की हार की आशंका को लेकर लगाए गए निराधार आरोप हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि श्री तावड़े केवल नालासोपारा में पार्टी नेताओं की एक बैठक में भाग लेने गए थे, जिसका उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदान प्रक्रिया के निर्देश देना था।
भाजपा का पक्ष:
- सीसीटीवी फुटेज की मांग:
- सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ऐसे गंभीर आरोप लगाने से पहले होटल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जानी चाहिए। उन्होंने व्यंग्यात्मक रूप से कहा कि “पांच करोड़ रुपये जेब में रखना असंभव है।”
- विपक्ष पर आरोप:
- उन्होंने आरोप लगाया कि महा विकास अघाड़ी जानबूझकर ऐसी झूठी बातें फैला रही है ताकि राज्य के लोगों के बीच भ्रम पैदा किया जा सके।
- भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नालासोपारा सीट पर विपक्ष का कोई वास्तविक प्रभाव नहीं है और यह सिर्फ हार के डर से की गई साजिश है।
कांग्रेस और विपक्ष का पक्ष:
- कांग्रेस का आरोप:
- कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा नेता पर रंगे हाथ पकड़े जाने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
- सुप्रिया ने यह भी कहा कि विनोद तावड़े उस निर्वाचन क्षेत्र के वोटर नहीं हैं और चुनावी नियमों के अनुसार, मतदान वाले क्षेत्र में बाहरी व्यक्ति का रहना प्रतिबंधित है।
- पांच करोड़ रुपये बांटने का आरोप:
- विपक्ष का दावा है कि विनोद तावड़े पांच करोड़ रुपये लेकर मतदाताओं को बांटने गए थे।
यह मामला अब राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का मुद्दा बन चुका है। भाजपा इसे “राजनीतिक साजिश” कह रही है, जबकि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इसे चुनावी अनियमितता करार देते हुए जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
