संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारत ने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई
“संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) की बैठक में भारत ने पाकिस्तान की तीखी आलोचना की और उसे अपने देश में मानवाधिकारों की दयनीय स्थिति सुधारने की सलाह दी। भारत ने पाकिस्तान पर बार-बार झूठ फैलाने और आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।”
भारत का कड़ा बयान:
- पाकिस्तान को अपने देश में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।
- आतंकवाद को समर्थन देने वाली नीति से पाकिस्तान को बाहर निकलना चाहिए।
- भारत ने पाकिस्तान द्वारा बार-बार कश्मीर मुद्दे पर झूठे आरोप लगाने की निंदा की।
भारत का कड़ा संदेश:
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के प्रतिनिधि ने कहा कि “पाकिस्तान को भारत पर झूठे आरोप लगाने की बजाय अपने देश में मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघनों पर ध्यान देना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों, पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार पर पूरी दुनिया को गंभीरता से विचार करना चाहिए।
पाकिस्तान पर भारत के आरोप:
- अल्पसंख्यकों पर अत्याचार: पाकिस्तान में हिंदू, सिख, ईसाई और अहमदिया समुदाय के लोगों के साथ भेदभाव और हिंसा आम बात है।
- आतंकवाद को समर्थन: पाकिस्तान लगातार आतंकवादी संगठनों को पनाह देने और समर्थन देने के लिए बदनाम है।
- झूठा प्रोपेगेंडा: भारत ने कहा कि पाकिस्तान बार-बार कश्मीर मुद्दे को गलत तरीके से प्रस्तुत करने की कोशिश करता है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की मजबूत भूमिका:
भारत ने साफ कहा कि वह अपने संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक परंपराओं के तहत सभी नागरिकों के मानवाधिकारों की रक्षा करता है। साथ ही, भारत ने UNHRC से आग्रह किया कि वह पाकिस्तान में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों पर कड़ी नज़र रखे।
