त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय स्थापना विधेयक जल्द होगा पारित: अमित शाह
“नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में घोषणा की कि संसद जल्द ही त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए एक विधेयक पारित करेगी। इस विश्वविद्यालय की स्थापना से शैक्षिक और सहकारी क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है।”
शाह ने कहा, “त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक उन्नति का केंद्र बनेगा बल्कि यह सहकारी मूल्यों और सिद्धांतों को भी बढ़ावा देगा, जिससे हमारे युवा अधिक जिम्मेदार और समाज के प्रति सचेत नागरिक बन सकें।”
विधेयक का उद्देश्य शैक्षिक ढांचे में नवाचार और सहकारी संस्थाओं के माध्यम से समाज के विकास को सुगम बनाना है। इस विश्वविद्यालय के माध्यम से विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ सहकारी क्षेत्र में करियर बनाने के अवसर भी मिलेंगे।
इस पहल से भारत में शैक्षिक प्रणाली में एक नया आयाम जुड़ेगा और यह विश्वविद्यालय शैक्षिक नवाचार और सहकारिता के प्रोत्साहन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके साथ ही, यह विधेयक शैक्षिक और सहकारी क्षेत्रों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग और विकास को बढ़ावा देगा।
संसद द्वारा इस विधेयक को पारित करने की अपेक्षा से उत्साहित शैक्षिक समुदाय और सहकारी संस्थाओं में नई उम्मीदें जागी हैं, जिससे भविष्य में इस क्षेत्र की उन्नति के नए द्वार खुलने की संभावना है।
