पाकिस्तान की महिला क्रिकेटर्स में निराशा: क्रिकेट बोर्ड ने दैनिक भत्ता रोका, पुरुष टीम को जारी
इस्लामाबाद: पाकिस्तान की महिला क्रिकेटरों में गहरी निराशा और असंतोष व्याप्त है, क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने उनकी दैनिक भत्ता रोक दिया है, जबकि पुरुष टीम को यह भत्ता जारी है। बोर्ड का कहना है कि महिला क्रिकेटरों को नेशनल कैंप के दौरान ठहरने और तीन वक्त के भरपेट भोजन की व्यवस्था प्रदान की गई है, जिससे उन्हें भत्ता की आवश्यकता नहीं है।
भत्ता रोकने पर महिला क्रिकेटरों की प्रतिक्रिया:
महिला क्रिकेटरों ने PCB के इस निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे अनुचित ठहराया है। उनका कहना है कि भत्ता रोकने से उनके आर्थिक संकट और मानसिक तनाव में इजाफा हुआ है। क्रिकेटरों ने इस बात की ओर इशारा किया है कि पुरुष टीम को भत्ता मिलने से उनके साथ भेदभाव महसूस हो रहा है।
PCB का तर्क:
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का कहना है कि नेशनल कैंप के दौरान महिला क्रिकेटरों के ठहरने की पूरी व्यवस्था की गई है और उन्हें तीन वक्त का भरपेट खाना उपलब्ध कराया जा रहा है। बोर्ड का कहना है कि इस स्थिति में दैनिक भत्ता की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि सभी आवश्यक सुविधाएं पहले से ही प्रदान की जा चुकी हैं।
मुख्य बिंदु:
- महिला क्रिकेटरों की निराशा: PCB द्वारा दैनिक भत्ता रोकने से महिला क्रिकेटरों में गहरी निराशा है और उन्होंने इसे भेदभावपूर्ण माना है।
- पुरुष और महिला टीम के बीच भेदभाव: महिला क्रिकेटरों का आरोप है कि पुरुष टीम को भत्ता मिलने से उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है।
- PCB का तर्क: बोर्ड का कहना है कि नेशनल कैंप के दौरान सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की गई हैं, जिससे भत्ता की आवश्यकता समाप्त हो गई है।
इस मुद्दे पर PCB और महिला क्रिकेटरों के बीच बातचीत और समाधान की प्रक्रिया जारी है। यह स्थिति क्रिकेट बोर्ड के लिए एक चुनौती है, और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि सभी खिलाड़ियों के साथ समान और उचित व्यवहार हो।
