2027 तक पूर्वोत्तर के सभी राज्य दिल्ली से रेल और हवाई मार्ग से जुड़ेंगे: अमित शाह
“नई दिल्ली: गृहमंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि 2027 तक पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्य दिल्ली से रेल और हवाई संपर्क के माध्यम से जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार के नेतृत्व में पूर्वोत्तर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है और इस क्षेत्र को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं।”
पूर्वोत्तर में विकास और शांति की दिशा में बड़े कदम
गृहमंत्री ने ‘एकता उत्सव – एक आवाज, एक राष्ट्र’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर में पर्यटन, खेल, तकनीक, अंतरिक्ष और आर्थिक विकास के कई नए रास्ते खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस क्षेत्र को ‘अष्टलक्ष्मी’ के रूप में स्थापित कर देशभर में इसकी पहचान को मजबूत किया है।
पूर्वोत्तर में शांति स्थापित करने की दिशा में सफलता
- पूर्वोत्तर में हिंसक घटनाओं में 70% की कमी आई है।
- नागरिक हताहतों में 85% की गिरावट दर्ज की गई है।
- 2014 से अब तक 10,500 से अधिक उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
- 2019 से 2024 के बीच 12 शांति समझौते हुए हैं।
अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने दशकों पुराने विवादों को सुलझाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उन्होंने हिंसा में शामिल युवाओं से हथियार छोड़ने और मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की।
पूर्वोत्तर के विकास के लिए सरकार की योजनाएं
- रेल और हवाई संपर्क का विस्तार:
- 2027 तक सभी पूर्वोत्तर राज्य दिल्ली से कनेक्ट होंगे।
- रेल और हवाई मार्गों का विस्तार क्षेत्र में पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देगा।
- आर्थिक और सांस्कृतिक विकास:
- खेल, शिक्षा, कृषि और उद्यमिता के क्षेत्र में नए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
- स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित और बढ़ावा दिया जा रहा है।
- खेलों को बढ़ावा:
- ‘खेल सभी के लिए’ और ‘उत्कृष्टता के लिए खेल’ के सिद्धांतों को अपनाकर खेल संस्कृति को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
एकता उत्सव: पूर्वोत्तर की सांस्कृतिक समृद्धि का उत्सव
दिल्ली में आयोजित ‘एकता उत्सव’ का उद्देश्य पूर्वोत्तर की सांस्कृतिक और सामाजिक एकता को प्रदर्शित करना है। यह पांच दिवसीय आयोजन असम राइफल्स और नॉर्थ ईस्ट एसोसिएशन फॉर सोशल वेलफेयर के सहयोग से आयोजित किया गया।
गृहमंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर पूर्वोत्तर क्षेत्र के उच्च उपलब्धि प्राप्त करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया।
निष्कर्ष
पूर्वोत्तर क्षेत्र के समावेशी विकास और शांति को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है। 2027 तक सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों को दिल्ली से रेल और हवाई मार्ग से जोड़ने की यह योजना ऐतिहासिक होगी, जिससे इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था, व्यापार और पर्यटन को नई गति मिलेगी।
