यमन में भारतीय नर्स को सुनाई गई मौत की सजा के मामले में भारत सरकार करेगी हर संभव मदद: विदेश मंत्रालय
“विदेश मंत्रालय ने यमन में एक भारतीय नर्स को सुनाई गई मौत की सजा के मामले में चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार इस मामले में हर संभव मदद कर रही है। यह बयान भारत के एक नागरिक को मिली सजा के बाद आया, जिसने अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है।”
मामले का विवरण
- भारतीय नर्स, जो यमन के एक अस्पताल में काम कर रही थी, पर कथित तौर पर एक आपराधिक मामले में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
- यमन की अदालत ने उसे मौत की सजा सुनाई है।
- परिवार और स्थानीय समुदाय ने इस सजा को लेकर चिंता जताई है और सरकार से हस्तक्षेप की अपील की है।
विदेश मंत्रालय का बयान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “हम यमन में भारतीय नर्स को सुनाई गई मौत की सजा के मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। सरकार भारतीय नागरिक की रक्षा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।”
सरकार की कार्रवाई
- कूटनीतिक पहल:
भारत सरकार यमन सरकार और संबंधित अधिकारियों के साथ संपर्क में है। - कानूनी सहायता:
भारतीय नागरिक को स्थानीय अदालत में मजबूत कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ वकीलों की मदद की जा रही है। - परिवार का समर्थन:
सरकार नर्स के परिवार के साथ लगातार संपर्क में है और उन्हें इस मामले में पूरी सहायता प्रदान कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग की उम्मीद
भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय और मानवाधिकार संगठनों से भी इस मामले में समर्थन प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है। सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि भारतीय नागरिक को निष्पक्ष सुनवाई का मौका मिले।
परिवार की अपील
नर्स के परिवार ने भारतीय सरकार और प्रधानमंत्री से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है। उन्होंने नर्स की निर्दोषता और उसकी रिहाई की मांग की है।
