InternationalNational

भारत और श्रीलंका: मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए मजबूत सहयोग

“श्रीलंका ने मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। हाल के वर्षों में, दोनों देशों ने तस्करी के खिलाफ कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, लेकिन बढ़ती चुनौतियों को देखते हुए आपसी सहयोग को और मजबूत करना समय की मांग बन गई है।”

तस्करी की बढ़ती समस्या

श्रीलंका और भारत के बीच समुद्री सीमाएँ साझा होने के कारण मादक पदार्थों की तस्करी एक गंभीर समस्या बन गई है। अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी नेटवर्क इस क्षेत्र का दुरुपयोग कर रहे हैं। इसके कारण न केवल सुरक्षा पर खतरा मंडराता है, बल्कि युवा पीढ़ी पर इसका नकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है।

हाल ही की पहल

श्रीलंका ने भारत के साथ मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए कई पहल की हैं। इनमें सूचना साझा करना, संयुक्त गश्त, और विशेष अभियान शामिल हैं। दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बल और समुद्री सुरक्षा एजेंसियाँ इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।

क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग

मादक पदार्थों की तस्करी एक वैश्विक समस्या है, और इसे रोकने के लिए क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की आवश्यकता होती है। श्रीलंका ने इस मुद्दे पर भारत के साथ-साथ अन्य पड़ोसी देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई है।

सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता

भारत और श्रीलंका ने यह स्वीकार किया है कि तस्करी को रोकने के लिए केवल सुरक्षा उपाय ही पर्याप्त नहीं हैं। इसके लिए शिक्षा, जागरूकता अभियान, और प्रभावित क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने जैसे सामाजिक उपाय भी जरूरी हैं।

Spread the love