नगालैंड में तपेदिक उन्मूलन के लिए 100 दिवसीय विशेष अभियान की शुरुआत
“कोहिमा: नगालैंड के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री पी. पाइवांग कोन्याक ने आज कोहिमा में तपेदिक (टीबी) उन्मूलन के लिए एक 100 दिवसीय सघन अभियान की शुरुआत की। यह अभियान राज्य में तपेदिक के मामलों को नियंत्रित करने और जागरूकता फैलाने के लिए शुरू किया गया है।”
अभियान का उद्देश्य
मंत्री पी. पाइवांग कोन्याक ने कहा कि इस विशेष अभियान का मुख्य उद्देश्य टीबी के मामलों की पहचान करना, रोगियों का इलाज सुनिश्चित करना और जनमानस को जागरूक करना है। यह अभियान नगालैंड के सभी जिलों में चलाया जाएगा, ताकि अधिकतम लोगों तक पहुंच बनाई जा सके।
उन्होंने कहा, “तपेदिक उन्मूलन के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही हैं। यह 100 दिवसीय अभियान न केवल टीबी रोगियों की पहचान करेगा बल्कि उन्हें उचित इलाज और देखभाल भी सुनिश्चित करेगा।”
सरकारी रणनीति और प्रयास
अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीबी के संभावित मामलों की जांच करेंगे। साथ ही, टीबी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे। मंत्री ने यह भी बताया कि इस अभियान में डिजिटल तकनीक और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर समन्वय के साथ लागू किया जाएगा।
नगालैंड की स्वास्थ्य स्थिति
नगालैंड में पिछले कुछ वर्षों में तपेदिक के मामलों में वृद्धि देखी गई है। इस स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने टीबी उन्मूलन के लिए ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जो प्रधानमंत्री के “टीबी मुक्त भारत” अभियान का हिस्सा है।
सामाजिक भागीदारी की अपील
मंत्री कोन्याक ने आम जनता और स्थानीय संगठनों से भी अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करें। उन्होंने कहा कि टीबी को केवल सरकारी प्रयासों से खत्म नहीं किया जा सकता, बल्कि इसके लिए सामुदायिक सहयोग की भी आवश्यकता है।
