हरियाणा के मुख्यमंत्री ने केजरीवाल के यमुना प्रदूषण वाले बयान को खारिज किया
“हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा यमुना नदी को ज़हरीला बनाने के आरोप को निराधार करार दिया। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार यमुना नदी की स्वच्छता और संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और इस प्रकार के आरोप केवल राजनीतिक बयानबाजी हैं।”
केजरीवाल का आरोप:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में हरियाणा सरकार पर आरोप लगाया था कि यमुना नदी को उद्योगों और सीवेज के अपशिष्ट से प्रदूषित किया जा रहा है। उन्होंने हरियाणा पर गंभीर जल प्रदूषण फैलाने का दावा किया था।
हरियाणा सरकार की प्रतिक्रिया:
- पर्यावरण संरक्षण की प्रतिबद्धता:
- नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने यमुना की सफाई और संरक्षण के लिए कई योजनाएं लागू की हैं।
- आरोपों का खंडन:
- सैनी ने केजरीवाल के बयान को झूठा और तथ्यों से परे बताया।
- डेटा पर जोर:
- हरियाणा ने यमुना नदी के पानी की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए किए गए प्रयासों का डेटा साझा किया।
हरियाणा सरकार द्वारा उठाए गए कदम:
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP):
- राज्य में उन्नत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए हैं ताकि यमुना में साफ पानी छोड़ा जा सके।
- औद्योगिक प्रदूषण पर निगरानी:
- हरियाणा सरकार ने उद्योगों पर सख्त निगरानी रखने के लिए कड़े कदम उठाए हैं।
- यमुना नदी के किनारे जागरूकता अभियान:
- लोगों को नदी के स्वच्छता महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाए गए।
दिल्ली और हरियाणा के बीच जल विवाद:
यमुना नदी के जल प्रदूषण को लेकर दिल्ली और हरियाणा सरकारों के बीच पानी और प्रदूषण विवाद लंबे समय से चला आ रहा है।
- दिल्ली का दावा है कि यमुना में प्रदूषण का बड़ा कारण हरियाणा है।
- हरियाणा ने अपने कदमों और डेटा के जरिए इस दावे को निराधार बताया है।
नदी प्रदूषण की चुनौती:
- सीवेज और कचरा:
- यमुना नदी में बड़ी मात्रा में सीवेज और प्लास्टिक कचरा छोड़ा जा रहा है।
- औद्योगिक अपशिष्ट:
- कुछ स्थानों पर औद्योगिक इकाइयां बिना ट्रीटमेंट के अपशिष्ट को नदी में छोड़ रही हैं।
- सामूहिक प्रयासों की जरूरत:
- यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों को मिलकर काम करना होगा।
