डोनाल्ड ट्रंप ने डेलाइट सेविंग टाइम को बताया ‘अप्रासंगिक’, की कड़ी आलोचना
“अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डेलाइट सेविंग टाइम (DST) की कड़ी आलोचना करते हुए इसे “अप्रासंगिक और गैर-जरूरी” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था वर्तमान समय की जरूरतों के अनुकूल नहीं है और इसे खत्म करने पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।”
डेलाइट सेविंग टाइम के तहत हर साल गर्मियों के दौरान घड़ियों को एक घंटा आगे कर दिया जाता है ताकि दिन की रोशनी का अधिकतम उपयोग किया जा सके। हालांकि, ट्रंप ने इस प्रथा पर सवाल उठाते हुए कहा कि आधुनिक समय में इसकी उपयोगिता समाप्त हो चुकी है और यह लोगों के जीवन में अनावश्यक असुविधा पैदा करता है।
ट्रंप ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा, “डेलाइट सेविंग टाइम अब अप्रासंगिक हो चुका है। यह न केवल लोगों के दैनिक जीवन में बाधा डालता है, बल्कि इसका वैज्ञानिक या आर्थिक लाभ भी स्पष्ट नहीं है। हमें इस पुरानी व्यवस्था को खत्म करने पर विचार करना चाहिए।”
ट्रंप के इस बयान के बाद अमेरिका में डेलाइट सेविंग टाइम को लेकर फिर से बहस छिड़ गई है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि घड़ियों को बार-बार बदलने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और यह जैविक घड़ी को बाधित करता है। वहीं, कुछ लोगों का तर्क है कि यह ऊर्जा की बचत में सहायक है।
उल्लेखनीय है कि डेलाइट सेविंग टाइम की शुरुआत 20वीं शताब्दी में हुई थी, जब ऊर्जा की बचत और प्राकृतिक रोशनी का अधिकतम उपयोग प्राथमिकता थी। लेकिन समय के साथ इसका प्रभाव घटता नजर आया है।
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाती है या नहीं। फिलहाल, डेलाइट सेविंग टाइम के समर्थकों और विरोधियों के बीच चर्चा जोर पकड़ रही है।
