बांग्लादेश: अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न पर शेख हसीना ने अंतरिम नेता मुहम्मद यूनुस की आलोचना की
“बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को लेकर गहरी चिंता जताते हुए, वर्तमान अंतरिम नेता मुहम्मद यूनुस की आलोचना की। हसीना ने आरोप लगाया कि यूनुस सरकार के तहत अल्पसंख्यक समुदायों पर अत्याचार बढ़े हैं, और उनके अधिकारों की रक्षा करने में सरकार विफल रही है।”
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों को धार्मिक और सांस्कृतिक भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है, और यह स्थिति सरकार की नाकामी को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि जब तक बांग्लादेश सरकार अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करेगी, तब तक देश में शांति और समृद्धि की उम्मीद करना मुश्किल होगा।
हसीना ने मुहम्मद यूनुस की आलोचना करते हुए कहा कि वे अपनी जिम्मेदारी को ठीक से निभाने में असफल रहे हैं और देश में समाजिक समरसता की बजाय विभाजन को बढ़ावा दिया है। उन्होंने बांग्लादेश के नागरिकों से अपील की कि वे अपनी आवाज उठाएं और ऐसे नेताओं के खिलाफ एकजुट हों, जो अल्पसंख्यकों के अधिकारों को नजरअंदाज करते हैं।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर यह विवाद राजनीतिक हलकों में गर्म बहस का कारण बन गया है। शेख हसीना की टिप्पणी ने इस मुद्दे को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभार दिया है, और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है कि वह इस स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए।
