मेघालय में जलवायु अनुकूल जल संग्रहण परियोजना के लिए केंद्र और एशियाई विकास बैंक के बीच समझौता
“नई दिल्ली: केंद्र सरकार और एशियाई विकास बैंक (ADB) ने मेघालय में जलवायु अनुकूल जल संग्रहण परियोजना के लिए 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग पांच करोड़ रुपये) के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस परियोजना का उद्देश्य जल संसाधनों का कुशल प्रबंधन करना, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना और राज्य की ग्रामीण आबादी को सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।”
परियोजना का उद्देश्य
इस परियोजना के माध्यम से मेघालय के ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में जल संग्रहण और वितरण प्रणालियों को मजबूत बनाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ती जल संकट की समस्या का समाधान करना और प्राकृतिक संसाधनों का सतत उपयोग सुनिश्चित करना है।
समझौते की मुख्य विशेषताएं
- कुशल जल प्रबंधन: परियोजना के तहत जल संग्रहण संरचनाओं का निर्माण और पुनर्वास किया जाएगा।
- सतत विकास: जलवायु अनुकूल तकनीकों और टिकाऊ जल उपयोग प्रथाओं को बढ़ावा दिया जाएगा।
- स्थानीय समुदाय की भागीदारी: स्थानीय ग्रामीण समुदायों को परियोजना में शामिल कर उन्हें जल संरक्षण और प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
- महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को परियोजना संचालन और प्रबंधन में शामिल कर उनकी भूमिका को सशक्त किया जाएगा।
एशियाई विकास बैंक की भूमिका
ADB इस परियोजना के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ तकनीकी मार्गदर्शन भी करेगा। बैंक का उद्देश्य मेघालय में जलवायु परिवर्तन अनुकूलन और ग्रामीण विकास में योगदान देना है।
मेघालय सरकार की प्रतिक्रिया
मेघालय सरकार ने इस ऋण समझौते को राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह परियोजना हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट को दूर करने और कृषि, स्वास्थ्य और आजीविका में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी।”
जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने की तैयारी
मेघालय जैसे पहाड़ी राज्यों में जलवायु परिवर्तन के कारण जल स्रोतों के सूखने और जलवायु अनिश्चितताओं के प्रभाव अधिक गंभीर हैं। यह परियोजना जल संरक्षण के साथ-साथ इन चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने के लिए डिजाइन की गई है।
