भारत का मेट्रो नेटवर्क: तेजी से बढ़ते शहरी परिवहन का भविष्य
“भारत में शहरी परिवहन का भविष्य उज्ज्वल होता जा रहा है, क्योंकि देश का मेट्रो नेटवर्क दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है। चीन और अमेरिका के बाद, भारत के 23 शहरों में 1000 किलोमीटर से अधिक लंबी मेट्रो रेल सेवा संचालित हो रही है।”
राज्यसभा में पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि वर्तमान में 989 किलोमीटर नई मेट्रो लाइनों का निर्माण कार्य जारी है, जो पूरा होने के बाद भारत का मेट्रो नेटवर्क 29 शहरों तक फैल जाएगा।
भारत जल्द बनेगा दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क
- 23 शहरों में 1000 किमी से अधिक मेट्रो सेवा उपलब्ध
- 989 किमी मेट्रो लाइन निर्माणाधीन, 29 शहरों तक होगा विस्तार
- केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग से होगा तेज विकास
- बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन प्रणाली पर जोर
शहरी विकास और मेट्रो विस्तार:
भारत सरकार, राज्य सरकारों के सहयोग से देश के दूसरे सबसे बड़े शहरी मेट्रो नेटवर्क के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रही है। मेट्रो नेटवर्क न केवल यातायात की भीड़ कम करने में मदद कर रहा है, बल्कि यह ईंधन की खपत को कम कर पर्यावरण के अनुकूल भी साबित हो रहा है।
देश में मेट्रो विस्तार से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे और नागरिकों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का विकल्प मिलेगा।
