तेलंगाना सुरंग हादसा: 8 लोगों की रिहाई के लिए ड्रोन, सोनार और रोबोटिक कैमरों का इस्तेमाल
तेलंगाना की एक सुरंग में फंसे 8 लोगों को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया गया है। बचाव दल ड्रोन, सोनार तकनीक और कैमरेयुक्त रोबोट का उपयोग कर रहा है ताकि सुरंग के अंदर की स्थिति को स्पष्ट रूप से देखा जा सके और बचाव कार्य को प्रभावी बनाया जा सके।
बचाव कार्य में हाई-टेक तकनीक का उपयोग:
- ड्रोन कैमरा: सुरंग की गहराई और फंसे लोगों की सही स्थिति का पता लगाने के लिए।
- सोनार तकनीक: जलमग्न क्षेत्रों और संरचनात्मक बाधाओं की पहचान के लिए।
- कैमरेयुक्त रोबोट: कठिन और संकीर्ण स्थानों में पहुंचकर फंसे लोगों की लाइव स्थिति की निगरानी के लिए।
राहत अभियान की ताजा जानकारी:
- राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य प्रशासन के बचाव दल मौके पर मौजूद हैं।
- ऑक्सीजन सप्लाई और खाद्य सामग्री सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचाई जा रही है।
- विशेषज्ञ इंजीनियर और तकनीकी टीम सुरंग की स्थिरता का आकलन कर रहे हैं।
क्या है चुनौती?
- सुरंग में पानी और मलबा भरा हुआ है, जिससे बचाव दल को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
- संकरी जगह होने के कारण पारंपरिक बचाव तकनीकों से काम लेना मुश्किल हो रहा है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
स्थानीय प्रशासन और बचाव एजेंसियां तेजी से काम कर रही हैं और फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
