काशी भारत का सांस्कृतिक केंद्र, काशी-तमिल संगमम विशेष संबंधों का उत्सव: विदेश मंत्री जयशंकर
“विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने वाराणसी में कहा कि काशी भारत का सांस्कृतिक केंद्र है और काशी-तमिल संगमम सदियों पुराने संबंधों को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण उत्सव है।”
काशी-तमिल संगमम का महत्व
वाराणसी में “परंपरा, तकनीक और दुनिया पर काशी-तमिल संगमम” विषय पर आयोजित शैक्षणिक सत्र को संबोधित करते हुए, विदेश मंत्री ने कहा:
- भारत एक विविधताओं वाला देश है, लेकिन इसके बावजूद एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना इसे एकजुट रखती है।
- काशी और तमिलनाडु के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराने हैं, और काशी-तमिल संगमम इसी विरासत का उत्सव है।
आईआईटी-बीएचयू के छात्रों के साथ संवाद
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT-BHU) में छात्रों से बातचीत के दौरान जयशंकर ने कहा:
- आज दुनिया को भारत से अधिक उम्मीदें हैं।
- भारत की वैश्विक जिम्मेदारियां पहले से अधिक बढ़ गई हैं, और हम दुनिया के लिए एक सकारात्मक शक्ति के रूप में उभर रहे हैं।
विदेशी प्रतिनिधियों के साथ संवाद
इस कार्यक्रम में तमिल और विदेशी प्रतिनिधियों सहित 45 देशों के राजदूतों और विश्वविद्यालय के छात्रों ने भाग लिया। विदेश मंत्री ने उनसे संवाद किया और उनके सवालों के जवाब दिए।
