भारत का राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन: उन्नत और टिकाऊ परिधानों के उत्पादन में बड़ा कदम
“भिवानी, हरियाणा: भारत में कपड़ा उद्योग को उन्नत और टिकाऊ बनाने के लिए राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन (NTTM) को नए स्तर पर ले जाया जा रहा है। यह मिशन आग प्रतिरोधी और विशेष तकनीकी परिधानों के निर्माण के साथ कपड़ा उद्योग में क्रांति लाने के लिए पूरी तरह तैयार है।”
तकनीकी वस्त्रों के उत्पादन की नई पहल
हरियाणा के भिवानी में आयोजित राष्ट्रीय वस्त्र सम्मेलन में मिशन निदेशक अशोक मल्होत्रा ने घोषणा की कि तकनीकी वस्त्रों के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए करीब 1500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इस पहल का उद्देश्य भारत को तकनीकी वस्त्रों के निर्माण में आत्मनिर्भर बनाना और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाना है।
तकनीकी वस्त्रों का प्रमुख उपयोग
- आग प्रतिरोधी और टिकाऊ कपड़े
- चिकित्सा क्षेत्र में उपयोग होने वाले विशेष परिधान
- पुल और सड़क निर्माण में उपयोग होने वाली तकनीकी सामग्री
- रक्षा और अंतरिक्ष मिशन में इस्तेमाल होने वाले उन्नत वस्त्र
भारत में ही होगा निर्माण
श्री अशोक मल्होत्रा ने बताया कि अब तक इन विशेष वस्त्रों के लिए भारत आयात पर निर्भर था, लेकिन अब इन्हें स्वदेशी रूप से विकसित किया जाएगा। इससे कपड़ा उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी और नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।
तकनीकी वस्त्र मिशन से क्या लाभ होंगे?
- स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा मिलेगा और भारत तकनीकी वस्त्रों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा।
- निर्यात क्षमता बढ़ेगी, जिससे भारत वैश्विक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत कर सकेगा।
- रक्षा, स्वास्थ्य और निर्माण क्षेत्रों में विशेष वस्त्रों का उत्पादन संभव होगा।
- टिकाऊ और आग प्रतिरोधी वस्त्रों से सुरक्षा के नए मानक स्थापित होंगे।
निष्कर्ष
राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन भारत के कपड़ा उद्योग के लिए क्रांतिकारी साबित हो सकता है। इस मिशन के तहत, स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देकर आयात पर निर्भरता कम करने और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। आने वाले वर्षों में यह मिशन भारतीय अर्थव्यवस्था और उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
