उत्तराखंड: नैनीताल के 60 गांवों को विरासत योजना के तहत किया जाएगा विकसित
“उत्तराखंड के नैनीताल जिले के 60 गांवों को विरासत योजना के तहत विकसित किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य गांवों की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना और पर्यटन को बढ़ावा देना है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे और क्षेत्र की ऐतिहासिक पहचान को संजोने में मदद मिलेगी।”
क्या है विरासत योजना?
विरासत योजना के तहत उन गांवों को विकसित किया जाएगा, जो ऐतिहासिक, सांस्कृतिक या पारंपरिक महत्व रखते हैं। इस पहल के तहत निम्नलिखित कार्य किए जाएंगे:
- गांवों में बुनियादी सुविधाओं का विकास, जैसे सड़क, जल आपूर्ति और साफ-सफाई।
- स्थानीय कला, संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने के लिए प्रयास।
- पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होमस्टे, इको-टूरिज्म और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन।
- स्थानीय उत्पादों जैसे हस्तशिल्प, जैविक खेती और कुटीर उद्योग को प्रोत्साहित किया जाएगा।
स्थानीय लोगों को क्या होगा लाभ?
इस योजना के तहत स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, खासकर पर्यटन और हस्तशिल्प उद्योग से जुड़े कार्यों में। पर्यटकों के आने से गांवों की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और युवा पीढ़ी को अपने गांव में ही जीविका कमाने के अवसर प्राप्त होंगे।
सरकार की योजना और आगे की दिशा
उत्तराखंड सरकार ने इस परियोजना के लिए विशेष बजट आवंटित किया है और विशेषज्ञों की एक टीम इन गांवों में जाकर उनकी जरूरतों का आकलन करेगी। जल्द ही इस योजना के तहत विकास कार्य शुरू किए जाएंगे।
