कोलंबो में भारतीय समुदाय ने उत्साह के साथ मनाई बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा
“कोलंबो, 31 जनवरी 2025: श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में बसे भारतीय समुदाय ने बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा का उत्सव पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया। इस अवसर पर मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की गई और भक्तों ने विद्या, ज्ञान और बुद्धि की देवी से आशीर्वाद की प्रार्थना की।”
बसंत पंचमी का महत्व
बसंत पंचमी वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक मानी जाती है। इस दिन विशेष रूप से मां सरस्वती की पूजा की जाती है, जो विद्या, संगीत, कला और ज्ञान की देवी हैं। भारतीय परंपरा में यह दिन छोटे बच्चों को शिक्षा प्रारंभ करवाने (अक्षरारंभ) और विद्या के प्रति समर्पण का महत्वपूर्ण अवसर होता है।
कोलंबो में भव्य पूजा समारोह
- पूजा कार्यक्रम में भारतीय और श्रीलंकाई भक्तों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
- विद्यार्थियों और संगीत प्रेमियों ने मां सरस्वती की विशेष आराधना और भजन-कीर्तन किया।
- बच्चों को पहली बार पढ़ाई की शुरुआत करवाने की परंपरा भी निभाई गई।
- विभिन्न मंदिरों और सांस्कृतिक केंद्रों में हवन, प्रसाद वितरण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
भारतीय संस्कृति का प्रसार
कोलंबो में बसे भारतीय समुदाय द्वारा इस तरह के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों से भारत और श्रीलंका के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूती मिलती है। यह आयोजन भारतीय परंपराओं को जीवंत बनाए रखने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
