दिसंबर 2024 में बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में 4% की वृद्धि, अर्थव्यवस्था को मजबूती
“भारत की अर्थव्यवस्था को गति देने वाले बुनियादी उद्योगों (Core Industries) के उत्पादन में दिसंबर 2024 में वार्षिक आधार पर 4% की वृद्धि दर्ज की गई है। यह वृद्धि विभिन्न क्षेत्रों जैसे बिजली, इस्पात, सीमेंट, कोयला और पेट्रोलियम के बढ़ते उत्पादन के कारण हुई है।”
बुनियादी उद्योगों में वृद्धि के मुख्य कारण:
- बिजली और ऊर्जा क्षेत्र में विस्तार – बिजली उत्पादन में वृद्धि ने औद्योगिक गतिविधियों को बल दिया।
- कोयला और इस्पात उत्पादन में वृद्धि – कोयला खनन और इस्पात निर्माण में तेजी आई।
- इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में निवेश – सरकार की नई परियोजनाओं और सुधारों से निर्माण क्षेत्र में तेजी आई।
- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस उत्पादन में सुधार – घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग में बढ़ोतरी।
किन क्षेत्रों में हुआ सबसे अधिक सुधार?
1️⃣ बिजली उत्पादन: उच्च मांग के चलते बिजली उत्पादन में 5.2% की वृद्धि।
2️⃣ इस्पात और सीमेंट: निर्माण कार्यों में तेजी आने से इन क्षेत्रों में 3.8% की बढ़त।
3️⃣ कोयला उत्पादन: ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए 6.1% की वृद्धि।
4️⃣ रिफाइनरी उत्पादन: पेट्रोल और डीजल की मांग बढ़ने से 2.5% का उछाल।
बुनियादी उद्योगों की वृद्धि का असर:
✔ रोजगार के नए अवसर: औद्योगिक विकास से नई नौकरियां उपलब्ध होंगी।
✔ GDP में सुधार: बुनियादी उद्योग अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते हैं, इससे GDP को मजबूती मिलेगी।
✔ निवेश आकर्षित होगा: विदेशी और घरेलू निवेशकों के लिए भारत एक आकर्षक बाजार बनेगा।
✔ बुनियादी ढांचे का विकास: निर्माण और ऊर्जा क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
सरकार द्वारा उठाए गए कदम:
✅ मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत योजनाओं का प्रभाव।
✅ बुनियादी ढांचे और औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा।
✅ हरित ऊर्जा और नवीन तकनीकों को अपनाने पर जोर।
✅ खनन और उत्पादन बढ़ाने के लिए नीतिगत सुधार।
