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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट प्रक्रिया पर अधिकारियों के साथ की चर्चा

“वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगामी केंद्रीय बजट 2025-26 की तैयारी को लेकर वित्त मंत्रालय और अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की। इस बैठक में आर्थिक नीतियों, राजस्व लक्ष्य, सरकारी योजनाओं और विकास के प्राथमिक क्षेत्रों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।”


बजट निर्माण प्रक्रिया में चर्चा के प्रमुख बिंदु:

आर्थिक विकास को गति देने वाली नीतियां।
निवेश और बुनियादी ढांचे में वृद्धि।
रोजगार सृजन और स्टार्टअप को बढ़ावा।
कर नीति और वित्तीय स्थिरता।
महिला और किसान कल्याण योजनाओं का विस्तार।


इस बार के बजट में क्या हो सकता है खास?

  • मध्यम वर्ग के लिए कर में राहत: करदाताओं के लिए संभावित इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव हो सकता है।
  • स्टार्टअप और डिजिटल इंडिया को प्रोत्साहन: तकनीकी क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए नए प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद।
  • बुनियादी ढांचे में निवेश: सड़क, रेलवे और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त बजट आवंटन संभव।
  • कृषि और ग्रामीण विकास: किसानों को अधिक लाभ देने के लिए नई योजनाएं लाई जा सकती हैं।
  • स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र का विस्तार: मेडिकल सुविधाओं और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए फंडिंग।

वित्त मंत्री का बयान:

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा:

“सरकार का लक्ष्य समावेशी विकास को प्राथमिकता देना है। बजट नीतियों को ऐसा बनाया जाएगा जिससे देश की आर्थिक वृद्धि और जनता की भलाई सुनिश्चित हो।”


बजट निर्माण प्रक्रिया कैसे होती है?

विभिन्न मंत्रालयों से सुझाव लिए जाते हैं।
राजस्व और व्यय का आकलन किया जाता है।
नीतियों और योजनाओं पर गहन चर्चा होती है।
कैबिनेट और प्रधानमंत्री की मंजूरी के बाद बजट पेश किया जाता है।


बजट 2025-26 से जनता की उम्मीदें:

🟢 कर राहत और महंगाई पर नियंत्रण।
🟢 नौकरी और स्वरोजगार को बढ़ावा।
🟢 कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा पर अधिक फोकस।
🟢 डिजिटल और ग्रीन एनर्जी क्षेत्रों को प्राथमिकता।

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