AAP के यमुना आरोपों पर भाजपा का कड़ा रुख, चुनाव आयोग से की शिकायत
“आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा हरियाणा सरकार पर यमुना नदी में ज़हर फैलाने के आरोपों को लेकर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले में चुनाव आयोग से मुलाकात की और AAP के आरोपों को झूठा और राजनीति से प्रेरित बताया।”
AAP का आरोप:
- आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि हरियाणा सरकार यमुना में प्रदूषित जल और रसायन छोड़ रही है, जिससे दिल्ली में पीने का पानी प्रदूषित हो रहा है।
- AAP ने इसे पर्यावरण और जनस्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बताया।
भाजपा का पलटवार:
भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह राजनीतिक फायदे के लिए लगाए गए झूठे आरोप हैं।
- प्रतिनिधिमंडल की प्रतिक्रिया:
- भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को यह बताया कि AAP झूठी अफवाहें फैलाकर मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
- पर्यावरण संरक्षण के प्रयास:
- भाजपा ने दावा किया कि हरियाणा सरकार यमुना नदी की सफाई और संरक्षण के लिए कई योजनाएं चला रही है।
भाजपा ने चुनाव आयोग से क्या मांगा?
- AAP पर कार्रवाई की मांग:
- भाजपा ने चुनाव आयोग से AAP के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की।
- चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता:
- भाजपा ने चुनाव आयोग से चुनाव प्रचार में झूठी खबरों पर रोक लगाने का अनुरोध किया।
हरियाणा सरकार का पक्ष:
हरियाणा सरकार ने भी AAP के आरोपों को खारिज करते हुए कहा:
- साफ जल की आपूर्ति:
- राज्य सरकार यमुना के पानी को साफ रखने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) और अन्य उपाय कर रही है।
- AAP के आरोप राजनीति प्रेरित:
- यह आरोप हरियाणा सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश हैं।
यमुना प्रदूषण की हकीकत:
- प्रदूषण के कारण:
- यमुना नदी में प्रदूषण का मुख्य कारण औद्योगिक कचरा, सीवेज और प्लास्टिक कचरा है।
- प्रभावित क्षेत्र:
- दिल्ली और हरियाणा के कुछ हिस्सों में यमुना का जल स्तर प्रदूषण से अधिक प्रभावित है।
- संयुक्त प्रयास की जरूरत:
- यमुना की सफाई के लिए दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश को मिलकर काम करना होगा।
राजनीतिक विवाद का असर:
- यह मुद्दा चुनावी माहौल में राजनीतिक बयानबाजी और जनभावनाओं को प्रभावित करने के लिए उछाला जा रहा है।
- इस विवाद ने यमुना नदी के वास्तविक प्रदूषण और पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को पीछे छोड़ दिया है।
