विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट: गणतंत्र दिवस का समापन समारोह
“नई दिल्ली में बुधवार को गणतंत्र दिवस के समापन के रूप में बीटिंग द रिट्रीट समारोह का आयोजन विजय चौक पर किया जाएगा। यह कार्यक्रम भारतीय परंपरा और सैन्य गौरव का प्रतीक है, जो हर वर्ष 29 जनवरी को आयोजित किया जाता है।”
बीटिंग द रिट्रीट का महत्व:
बीटिंग द रिट्रीट समारोह भारतीय गणतंत्र दिवस के समापन का प्रतीक है।
- यह परंपरा भारत में ब्रिटिश सैन्य परंपरा से प्रेरित है।
- यह समारोह सैनिक अनुशासन, परंपरा और सम्मान को दर्शाता है।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:
- बैंड की प्रस्तुति:
- भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के बैंड इस दौरान देशभक्ति गीतों और पारंपरिक धुनों की प्रस्तुति देंगे।
- राष्ट्रीय ध्वज का उत्थान:
- समारोह के अंत में राष्ट्रीय ध्वज को धीरे-धीरे उतारा जाएगा।
- लाइट और साउंड शो:
- विजय चौक और राष्ट्रपति भवन को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाएगा।
कार्यक्रम का समय और स्थान:
- स्थान: विजय चौक, नई दिल्ली।
- समय: शाम 6:00 बजे से।
इतिहास और परंपरा:
बीटिंग द रिट्रीट की परंपरा भारत में 1950 के दशक में शुरू हुई।
- इसे भारतीय सेना के पहले प्रमुख जनरल रॉय बुकानन द्वारा आरंभ किया गया।
- समारोह में इस्तेमाल की जाने वाली धुनें भारतीय संस्कृति और सैन्य परंपराओं का प्रतीक हैं।
सुरक्षा और यातायात प्रबंधन:
- सुरक्षा व्यवस्था:
- विजय चौक पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।
- यातायात प्रतिबंध:
- समारोह के दौरान आसपास के क्षेत्रों में यातायात प्रतिबंधित रहेगा।
समारोह की मुख्य धुनें:
बीटिंग द रिट्रीट में कई प्रसिद्ध धुनों का प्रदर्शन किया जाएगा, जैसे:
- एबाइड विद मी।
- सारे जहां से अच्छा।
- जन गण मन।
कार्यक्रम का समापन:
समारोह का समापन राष्ट्रीय ध्वज उतारने और राष्ट्रगान के साथ होगा। इसके बाद विजय चौक और राष्ट्रपति भवन की रोशनी और सजावट समारोह को और भव्य बनाएगी।
