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विदेश सचिव विक्रम मिश्री और अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री की दुबई में बैठक, क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा

“भारत के विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने दुबई में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलावी आमिर खान मुत्तकी से मुलाकात की। इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, मानवीय सहायता और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई।”

यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब अफगानिस्तान राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। भारत ने हमेशा अफगानिस्तान के लोगों के लिए मानवीय सहायता और समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई है।

बैठक के मुख्य बिंदु:

  1. मानवीय सहायता पर चर्चा:
    • अफगानिस्तान में भोजन, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भारत ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
    • भारत ने अफगान लोगों की मदद के लिए आगे भी सहायता जारी रखने का भरोसा दिया।
  2. क्षेत्रीय सुरक्षा पर जोर:
    • दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खतरे पर चर्चा की।
    • भारत ने अफगानिस्तान में स्थिरता और शांति सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
  3. द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार:
    • भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
    • भारत ने अफगानिस्तान को विकास परियोजनाओं में सहयोग देने की पेशकश की।

भारत-अफगानिस्तान संबंधों का महत्व:

भारत और अफगानिस्तान के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं।

  • भारत ने हमेशा अफगानिस्तान के विकास में अहम भूमिका निभाई है।
  • भारत ने अफगानिस्तान में स्कूल, अस्पताल, सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास में सहायता की है।
  • भारत ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता के रूप में भोजन, दवाएं और कोविड-19 वैक्सीन भी प्रदान की है।

क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता पर चर्चा:

अफगानिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता के कारण क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा है।

  • भारत ने आतंकवाद और कट्टरपंथ के बढ़ते खतरे पर चिंता जताई।
  • दोनों नेताओं ने हिंदुकुश क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने के उपायों पर चर्चा की।

“हम अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता के लिए हरसंभव मदद करने को तैयार हैं। अफगान लोगों की भलाई हमारी प्राथमिकता है।” – विक्रम मिश्री


मानवीय संकट पर भारत की मदद:

अफगानिस्तान वर्तमान में भारी मानवीय संकट का सामना कर रहा है।

  • भारत ने 50,000 मीट्रिक टन गेहूं, जीवनरक्षक दवाएं और कोविड वैक्सीन भेजकर अफगान लोगों की मदद की है।
  • भारत ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर अफगान लोगों को राहत पहुंचाने का काम किया है।

अफगानिस्तान के लिए भारत की प्राथमिकता:

  1. स्थिरता और शांति:
    • अफगानिस्तान में स्थिरता और शांति बहाल करना भारत की प्राथमिकता है।
  2. मानवीय सहायता:
    • भारत ने अफगान लोगों के लिए खाद्य, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में मदद जारी रखने का आश्वासन दिया है।
  3. आतंकवाद पर कड़ा रुख:
    • भारत ने अफगानिस्तान से आतंकवादी गतिविधियों पर चिंता जताई और आतंकवाद के खात्मे की आवश्यकता पर बल दिया।

भविष्य की योजनाएं:

  • भारत और अफगानिस्तान ने आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की योजनाएं बनाई हैं।
  • मानवीय सहायता और विकास परियोजनाओं में भारत की भागीदारी आगे भी जारी रहेगी।
  • दोनों देशों के बीच संवाद और कूटनीतिक संबंध मजबूत करने पर सहमति बनी।
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