NationalSocial

तकनीकी दक्षता वाले कुशल पेशेवर भारत-अमेरिका आर्थिक संबंधों को देंगे मजबूती: विदेश मंत्रालय

“विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत और अमेरिका के आर्थिक संबंधों को तकनीकी दक्षता वाले भारतीय कुशल पेशेवरों से काफी फायदा होगा। दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापारिक और तकनीकी सहयोग में इन पेशेवरों की अहम भूमिका होगी। यह बयान भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने के संदर्भ में आया है, जहां दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ा रहे हैं।”

भारत-अमेरिका आर्थिक साझेदारी की अहमियत

भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक संबंध दुनिया के सबसे मजबूत द्विपक्षीय संबंधों में से एक हैं। दोनों देश व्यापार, निवेश, तकनीकी सहयोग और स्टार्टअप्स के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहे हैं।

  • भारत-अमेरिका व्यापार:
    • द्विपक्षीय व्यापार का आकार हर साल तेजी से बढ़ रहा है।
    • आईटी, स्वास्थ्य, रक्षा और उन्नत तकनीक जैसे क्षेत्रों में साझेदारी मजबूत हो रही है।
  • प्रवासी भारतीयों का योगदान:
    • अमेरिका में काम करने वाले भारतीय पेशेवरों ने तकनीकी क्षेत्र में अपनी दक्षता का लोहा मनवाया है।
    • इन पेशेवरों की वजह से दोनों देशों के बीच इनोवेशन और व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा मिला है।

तकनीकी दक्षता के कुशल पेशेवरों की भूमिका

विदेश मंत्रालय ने कहा कि तकनीकी दक्षता वाले भारतीय पेशेवर न केवल अमेरिका के लिए आर्थिक रूप से लाभदायक साबित हो रहे हैं, बल्कि वे भारत की वैश्विक छवि को भी मजबूत कर रहे हैं।

  1. आईटी और सॉफ्टवेयर उद्योग में योगदान
    • भारतीय आईटी पेशेवरों ने अमेरिका में तकनीकी क्षेत्र में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं।
    • माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, एडोब जैसी प्रमुख कंपनियों में भारतीय मूल के सीईओ इस बात का उदाहरण हैं।
  2. स्टार्टअप और इनोवेशन में सहयोग
    • भारत-अमेरिका स्टार्टअप्स के बीच सहयोग से दोनों देशों के इनोवेशन सेक्टर को मजबूती मिली है।
    • तकनीकी क्षेत्र में नए अवसरों की पहचान कर भारतीय पेशेवर अमेरिका में स्टार्टअप्स को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।
  3. स्वास्थ्य और बायोटेक्नोलॉजी
    • भारतीय पेशेवर अमेरिका में स्वास्थ्य और बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र में भी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
    • कोविड-19 महामारी के दौरान भारतीय डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने अहम योगदान दिया।

भारत की नीति

भारत सरकार मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों के जरिए देश के तकनीकी क्षेत्र को और मजबूत कर रही है। इसके तहत कुशल पेशेवरों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जा रहा है।

  • उच्च शिक्षा में सुधार: भारतीय विश्वविद्यालयों में तकनीकी शिक्षा के स्तर को बढ़ाया जा रहा है।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

अमेरिका का रुख

अमेरिकी सरकार ने भी भारतीय पेशेवरों के महत्व को स्वीकार किया है।

  • एच-1बी वीजा: अमेरिका में भारतीय पेशेवरों की बड़ी संख्या एच-1बी वीजा पर काम कर रही है।
  • आप्रवासन नीति में सुधार: अमेरिकी सरकार ने भारतीय पेशेवरों के लिए आव्रजन नीतियों में सुधार के संकेत दिए हैं।
Spread the love