EconomyNational

जीएसटी संग्रह में वृद्धि: 1.76 लाख करोड़ रुपये का नया रिकॉर्ड

“भारत में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। हालिया आंकड़ों के अनुसार, जीएसटी संग्रह 7.3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1.76 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। यह उपलब्धि देश की आर्थिक मजबूती और कर अनुपालन में सुधार को दर्शाती है।”

  • सकल जीएसटी संग्रह: 1,76,000 करोड़ रुपये।
  • वृद्धि दर: पिछले वर्ष की तुलना में 7.3 प्रतिशत अधिक।
  • केंद्र और राज्य सरकारों को मिला योगदान:
    • केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी): 31,000 करोड़ रुपये।
    • राज्य जीएसटी (एसजीएसटी): 39,000 करोड़ रुपये।
    • समेकित जीएसटी (आईजीएसटी): 95,000 करोड़ रुपये।
    • सेस: 11,000 करोड़ रुपये।

वृद्धि के पीछे कारण

  1. बेहतर कर अनुपालन:
    • करदाताओं के लिए प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है।
    • डिजिटल प्रणाली और जीएसटी पोर्टल ने कर भुगतान को आसान किया है।
  2. आर्थिक गतिविधियों में तेजी:
    • उद्योग और व्यापार के पुनरुद्धार के कारण आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी।
    • त्योहारी सीजन में उपभोक्ता मांग में वृद्धि।
  3. सख्त निगरानी और प्रवर्तन:
    • कर चोरी रोकने के लिए सख्त उपाय और बेहतर निगरानी।

विशेषज्ञों की राय

वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी संग्रह में यह बढ़ोतरी भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता और विकास की ओर इशारा करती है। यह संकेत देता है कि देश के उद्योग और व्यापार में सुधार हो रहा है, जो राजस्व संग्रह में परिलक्षित हो रहा है।

सरकार का बयान

वित्त मंत्रालय ने इस उपलब्धि को भारतीय कर प्रणाली में सुधार का परिणाम बताया। मंत्रालय ने कहा, “जीएसटी संग्रह में वृद्धि आर्थिक सुधार और करदाताओं की बढ़ती भागीदारी का प्रमाण है।”

Spread the love