भारत-वियतनाम की मित्रता को मजबूती: वियतनाम का तटरक्षक जहाज सीएसबी 8005 कोच्चि पहुंचा
“कोच्चि – भारत और वियतनाम के बीच रक्षा और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से वियतनाम का तटरक्षक जहाज “सीएसबी 8005″ कोच्चि के बंदरगाह पर पहुंचा। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच समुद्री सुरक्षा, सहयोग और रणनीतिक साझेदारी को और अधिक गहराई देना है।”
समुद्री सहयोग का उद्देश्य
वियतनाम तटरक्षक बल के जहाज सीएसबी 8005 का यह दौरा भारत और वियतनाम के बीच बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों का प्रमाण है। इसका उद्देश्य सामरिक सहयोग, समुद्री सुरक्षा प्रशिक्षण, और संयुक्त अभ्यास को बढ़ावा देना है। दोनों देशों की तटरक्षक सेनाएं हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए एक साथ कार्य कर रही हैं।
स्वागत और चर्चा
कोच्चि बंदरगाह पर भारतीय तटरक्षक बल द्वारा वियतनामी प्रतिनिधिमंडल का औपचारिक स्वागत किया गया। इस दौरान दोनों देशों के अधिकारियों के बीच गहन चर्चा हुई।
भारतीय तटरक्षक बल (ICG) और वियतनामी तटरक्षक बल ने साझा हितों के मुद्दों जैसे:
- समुद्री सुरक्षा
- मालवाहक जहाजों की सुरक्षा
- मानव तस्करी और समुद्री अपराध पर रोक
- संयुक्त बचाव अभियान (Search and Rescue)
जैसे विषयों पर सहयोग की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया।
साझा अभ्यास और प्रशिक्षण
वियतनाम के जहाज सीएसबी 8005 की इस यात्रा के दौरान भारतीय तटरक्षक बल के साथ संयुक्त समुद्री अभ्यास भी आयोजित किया जाएगा। इस अभ्यास के माध्यम से दोनों सेनाएं समुद्री आपदाओं और नौवहन सुरक्षा में एक-दूसरे के अनुभवों को साझा करेंगी। इसके अलावा तकनीकी प्रशिक्षण और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम भी इस यात्रा का हिस्सा होंगे।
भारत-वियतनाम संबंधों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
भारत और वियतनाम के बीच दशकों से मजबूत कूटनीतिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में दोनों राष्ट्र हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं।
वियतनाम तटरक्षक बल का बयान
वियतनामी तटरक्षक बल के प्रमुख ने कहा, “भारत और वियतनाम के बीच यह समुद्री सहयोग न केवल दोनों देशों की सुरक्षा को मजबूत करेगा, बल्कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में भी योगदान देगा।”
