किफायती चिकित्सा पर्यटन का वैश्विक केंद्र बन रहा है भारत: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु
“राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने हाल ही में भारत की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत अब वैश्विक स्तर पर “किफायती चिकित्सा पर्यटन” के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है। राष्ट्रपति ने बताया कि उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं और किफायती इलाज भारत को विश्वभर के मरीजों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहे हैं।”
भारत का चिकित्सा पर्यटन में बढ़ता महत्व
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाएं लगातार बेहतर हो रही हैं। इसके साथ ही, विशेषज्ञ डॉक्टरों और प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता ने भारत को वैश्विक चिकित्सा पर्यटन में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।
उन्होंने कहा, “भारत का स्वास्थ्य क्षेत्र दुनिया को उच्च गुणवत्ता के साथ-साथ किफायती चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहा है। हमारे अस्पताल अत्याधुनिक तकनीकों से लैस हैं और हमारे डॉक्टर विश्वभर में अपनी विशेषज्ञता के लिए पहचाने जाते हैं।”
किफायती इलाज: भारत की सबसे बड़ी ताकत
भारत की चिकित्सा सेवाओं की सबसे बड़ी विशेषता इसका किफायती होना है। भारत में हृदय सर्जरी, ऑर्थोपेडिक सर्जरी, कैंसर उपचार और अन्य जटिल बीमारियों का इलाज बेहद कम लागत पर किया जाता है। राष्ट्रपति ने बताया कि कई देशों के मरीज भारतीय अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं क्योंकि यहां उन्हें विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिलती हैं।
उन्होंने कहा कि “भारत की स्वास्थ्य सेवाएं विकसित देशों की तुलना में लगभग 40 से 60 प्रतिशत सस्ती हैं। इससे उन लोगों को राहत मिलती है जो महंगे इलाज का खर्च वहन करने में असमर्थ होते हैं।”
योग और आयुर्वेद की बढ़ती लोकप्रियता
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारत न केवल आधुनिक चिकित्सा में बल्कि “योग और आयुर्वेद” जैसे पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में भी विश्व का नेतृत्व कर रहा है। दुनियाभर के लोग “योग, प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेदिक उपचार” के लिए भारत आते हैं।
उन्होंने कहा, “भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धतियां जैसे आयुर्वेद और योग न केवल बीमारियों का इलाज करती हैं बल्कि समग्र स्वास्थ्य और जीवनशैली को बेहतर बनाने में मदद करती हैं।”
चिकित्सा पर्यटन के लिए सरकार की पहल
भारत सरकार चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां लागू कर रही है। “हील इन इंडिया” जैसी योजनाएं विदेशी मरीजों को भारत में बेहतर और सुगम इलाज उपलब्ध कराने के लिए तैयार की गई हैं। इसके साथ ही मेडिकल वीजा प्रक्रिया को सरल बनाया गया है ताकि अंतरराष्ट्रीय मरीज आसानी से भारत आ सकें।
राष्ट्रपति ने बताया कि “मेडिकल टूरिज्म हब” के रूप में भारत के विकास से न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र को लाभ मिलेगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
भविष्य की संभावनाएं
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि आने वाले समय में भारत की मेडिकल क्षमताओं और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा, जिससे अधिक से अधिक देशों के लोग यहां इलाज के लिए आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का फोकस गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा के साथ-साथ विदेशी मरीजों की देखभाल और संतुष्टि पर रहेगा।
