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स्वदेशी वैक्सीन और महिला स्वास्थ्य में भारत की प्रगति पर बोले जितेन्द्र सिंह

“केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने हाल ही में भारत की निवारक स्वास्थ्य सेवा, महिला स्वास्थ्य और स्वदेशी वैक्सीन के विकास में हुई उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि भारत ने इन क्षेत्रों में वैश्विक मंच पर अपनी मजबूत पहचान बनाई है और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।”

निवारक स्वास्थ्य सेवाओं में भारत की पहल

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने निवारक स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह स्वास्थ्य व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने बताया कि सरकार ने टीकाकरण अभियानों और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लाखों लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई हैं।

उन्होंने कहा, “निवारक स्वास्थ्य सेवा न केवल लोगों को बीमारियों से बचाती है, बल्कि स्वास्थ्य तंत्र पर भार को भी कम करती है। भारत में अब डिजिटल हेल्थ इनीशिएटिव के जरिए दूर-दराज के क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।”

महिला स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान

महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी भारत ने उल्लेखनीय प्रगति की है। डॉ. सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा “मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों” के तहत महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं लागू की गई हैं। उन्होंने बताया कि एनीमिया जैसी आम स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए कई नीतियां बनाई गई हैं।

महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए “पोषण अभियान” और “स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों” के माध्यम से हजारों महिलाओं को लाभान्वित किया गया है।

स्वदेशी वैक्सीन के विकास में सफलता

भारत की स्वदेशी वैक्सीन निर्माण क्षमता पर चर्चा करते हुए डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि भारत ने कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी वैज्ञानिक क्षमताओं को साबित किया है। ‘कोवैक्सिन’ और अन्य स्वदेशी वैक्सीन के विकास ने न केवल देश में महामारी को नियंत्रित किया बल्कि भारत को वैक्सीन निर्माता देशों में एक अग्रणी स्थान दिलाया।

उन्होंने कहा कि यह सफलता आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को मजबूत करती है और भविष्य में स्वदेशी तकनीकों और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए भारत प्रतिबद्ध है।

वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने यह भी बताया कि सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहित कर रही है। स्वदेशी अनुसंधान के माध्यम से न केवल वैक्सीन बल्कि अन्य स्वास्थ्य संबंधी समाधान भी तैयार किए जा रहे हैं।

स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत का भविष्य

उन्होंने आश्वस्त किया कि भारत आने वाले समय में स्वास्थ्य क्षेत्र में और प्रगति करेगा और वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली में एक मजबूत भागीदार बनेगा।

उन्होंने कहा, “भारत का ध्यान अब न केवल इलाज पर है, बल्कि निवारक उपायों पर भी केंद्रित है ताकि हम आने वाले स्वास्थ्य संकटों का समय रहते समाधान कर सकें।”

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