उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में शिरकत
“कुरुक्षेत्र: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जल्द ही हरियाणा के कुरुक्षेत्र में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में भाग लेंगे। यह महोत्सव न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा देता है बल्कि भारत की प्राचीन सभ्यता और गीता के सार्वभौमिक संदेश को दुनिया भर में प्रसारित करने का माध्यम भी है।”
गीता महोत्सव का उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन भगवद गीता के संदेश को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने और इसके दर्शन को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से किया जाता है। महोत्सव में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से विद्वान, कलाकार, और श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। यह आयोजन कुरुक्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को भी उजागर करता है, जहां महाभारत के दौरान भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का दिव्य उपदेश दिया था।
उपराष्ट्रपति का संबोधन
कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ गीता के दर्शन और उसके मानवता के लिए प्रासंगिक संदेश पर विचार प्रस्तुत करेंगे। उम्मीद है कि वे गीता के करुणा, सत्य, कर्तव्य और आत्मानुशासन जैसे मूल सिद्धांतों पर जोर देंगे, जो आज के समय में भी समान रूप से उपयोगी हैं।
महोत्सव की विशेषताएं
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: गीता महोत्सव के दौरान नृत्य, नाटक और संगीत के माध्यम से गीता के संदेश को जीवंत किया जाएगा।
- विद्वानों का सम्मेलन: विश्वभर के विद्वान गीता के अलग-अलग पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
- अंतर्राष्ट्रीय सहभागिता: विभिन्न देशों से प्रतिनिधि और कलाकार इस महोत्सव में हिस्सा लेंगे।
- प्रदर्शनियां और हस्तशिल्प मेले: भारतीय संस्कृति, हस्तशिल्प और स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी भी आयोजन का हिस्सा होगी।
हरियाणा सरकार की तैयारियां
हरियाणा सरकार ने इस भव्य आयोजन के लिए विशेष तैयारियां की हैं। कुरुक्षेत्र को सुंदर तरीके से सजाया गया है और महोत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन भारत की संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाने का बेहतरीन अवसर है।
