केंद्र सरकार ने ट्यूलिप ब्रांड लॉन्च करने की घोषणा की
केंद्र सरकार ने आज “ट्यूलिप ब्रांड” लॉन्च करने की घोषणा की है, जो हाशिए पर रहने वाले समुदायों के द्वारा बनाए गए उत्पादों को प्रमोट करेगा। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने इस पहल की जानकारी दी, जिसमें विशेष रूप से समाज के वंचित वर्गों द्वारा निर्मित उत्पादों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बेचा जाएगा, ताकि उन लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त और प्रोत्साहित किया जा सके जो सामान्यतः बाज़ार से बाहर होते हैं।
डॉ. वीरेंद्र कुमार ने यह घोषणा दिल्ली हाट में आयोजित शिल्प समागम मेला-2024 के उद्घाटन के दौरान की। इस मेले में विभिन्न राष्ट्रीय वित्त और विकास निगमों से जुड़े 16 राज्यों के 110 वंचित वर्गों के प्रतिनिधियों ने अपने उत्पादों के स्टॉल लगाए हैं। ये निगम, जैसे कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त और विकास निगम, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त और विकास निगम, और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त और विकास निगम, विशेष रूप से समाज के हाशिए पर रहने वाले और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए काम करते हैं।
डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि यह मेला न केवल वंचित वर्ग के लोगों को अपना उत्पाद बेचने का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि इससे आर्थिक सशक्तिकरण और समाज में समानता को बढ़ावा मिलेगा। यह इन वर्गों को न केवल अपनी आजीविका कमाने का मौका देगा, बल्कि समाज में जागरूकता और प्रेरणा का भी स्रोत बनेगा।
यह ट्यूलिप ब्रांड इन उत्पादों को एक साझा पहचान प्रदान करेगा और उन उत्पादों को एक बाजार में स्थान दिलाएगा, जो पहले शायद उपेक्षित रहते थे। सरकार का उद्देश्य इन उत्पादों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराना है ताकि अधिक से अधिक लोग इन्हें खरीद सकें, और इससे हाशिए पर रहने वाले वर्गों को आर्थिक लाभ प्राप्त हो सके।
इस मेले का आयोजन 15 नवम्बर तक किया जाएगा, और यह सुबह 10 बजे से रात 11 बजे तक खुला रहेगा। यह मेला हाशिए पर रहने वाले समुदायों को अपनी कला, संस्कृति, और हस्तशिल्प के माध्यम से अपनी पहचान बनाने का एक अच्छा अवसर प्रदान करेगा।
