डॉ. जितेंद्र सिंह करेंगे राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान का शुभारंभ
डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 3.0 का शुभारंभ एक महत्वपूर्ण पहल है, जो पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण और उनकी जीवन प्रमाणपत्र प्रक्रिया को सरल बनाने की दिशा में एक कदम है। यह अभियान पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है, और इसका लक्ष्य पेंशनभोगियों को डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र की प्रक्रिया से परिचित कराना है, जिससे वे अपने पेंशन संबंधी कार्यों को बिना किसी भौतिक दस्तावेज़ या किसी भी बाधा के आसानी से ऑनलाइन पूरा कर सकें।
इस अभियान का प्राथमिक उद्देश्य यह है कि पेंशनभोगियों को डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र के लाभों के बारे में जागरूक किया जाए और चेहरा प्रमाणीकरण तकनीक का उपयोग करके उनकी पहचान की पुष्टि की जाए। चेहरा प्रमाणीकरण तकनीक पेंशनभोगियों के लिए एक अत्याधुनिक और सुरक्षित तरीका होगा, जिससे वे बिना किसी शारीरिक उपस्थिति के अपने प्रमाणपत्र को डिजिटल रूप से सत्यापित कर सकेंगे। इससे न केवल पेंशनभोगियों को आसानी होगी, बल्कि यह सरकारी सेवाओं को अधिक पारदर्शी और समय-बचत भी बनाएगा।
यह अभियान 30 नवंबर तक देशभर के 800 शहरों और जिलों में चलाया जाएगा, जिससे व्यापक स्तर पर पेंशनभोगियों तक यह सुविधा पहुँचाई जा सकेगी। डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र की प्रक्रिया पेंशन भोगी व्यक्तियों के लिए खासतौर पर महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि वे लगातार जीवित हैं और उन्हें पेंशन मिलती रहे। अब तक यह प्रक्रिया कागजी दस्तावेजों के आधार पर होती थी, लेकिन डिजिटल प्लेटफॉर्म और चेहरा प्रमाणीकरण तकनीक से इसे और भी सुरक्षित और तेज़ बना दिया जाएगा।
इस अभियान का एक और लाभ यह है कि यह पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा देगा, जिससे वे सरकारी सेवाओं और योजनाओं का आसानी से लाभ उठा सकेंगे। यह एक और कदम है सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया अभियान के तहत नागरिकों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने की दिशा में।
