संसद का शीतकालीन सत्र: सरकार विपक्ष से हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार
संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने कहा है कि सरकार कल से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने विपक्ष से लोकसभा और राज्यसभा में सत्र के सुचारू संचालन में सहयोग करने का अनुरोध किया।
सर्वदलीय बैठक में 30 दलों की भागीदारी
सर्वदलीय बैठक में 30 राजनीतिक दलों के 42 नेताओं ने भाग लिया। श्री रिजिजू ने बताया कि बैठक में सभी दलों के नेताओं ने अपने-अपने मुद्दे और सुझाव रखे। इन सुझावों पर कार्य मंत्रणा समिति में चर्चा की जाएगी, ताकि तय किया जा सके कि लोकसभा और राज्यसभा में किन विषयों पर बहस की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार शांतिपूर्ण और रचनात्मक चर्चा चाहती है।
कांग्रेस ने उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने बैठक में उद्योगपतियों से जुड़े कथित रिश्वत घोटाले, मणिपुर की स्थिति, बेरोजगारी, और उत्तर भारत में बढ़ते प्रदूषण जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग की।
नेताओं की व्यापक भागीदारी
बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। इसमें केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, एल मुरुगन, बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा, समाजवादी पार्टी सांसद राम गोपाल यादव, एमडीएमके सांसद वाइको, और कांग्रेस सांसद जयराम रमेश समेत कई प्रमुख नेता शामिल हुए।
सत्र का कार्यक्रम
संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। हालांकि, 26 नवंबर को संविधान दिवस के उपलक्ष्य में संसद की बैठक नहीं होगी।
इस बार का सत्र कई अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सभी दलों से रचनात्मक बहस और सहयोग की उम्मीद के साथ सरकार संसद के प्रभावी संचालन पर जोर दे रही है।
