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लखनऊ: प्रभारी मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने नगर की सफाई व्यवस्था को देखने के लिए औचक निरीक्षण

उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री तथा जनपद लखनऊ के प्रभारी मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने  नगर की सफाई व्यवस्था को देखने के लिए औचक निरीक्षण किया। उन्होंने नगर निगम के चार वार्डाे का निरीक्षण किया। इनमें फैजुल्लागंज -2, फैजुल्लागंज -3, अलीगंज तथा लाल बहादुर शास्त्री -2 वार्ड शामिल है।

प्रभारी मंत्री ने मंत्री वार्डों में सफाई व्यवस्था को लेकर काफी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने फैजुल्लागंज -3 में निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर करते हुए जोनल सेनेटरी अधिकारी का वेतन काटने का निर्देश नगर आयुक्त को दिया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान फैजुल्लागंज -3 में कसाई बाड़ा, मोहिबुल्लापुर में नालियों की सफाई पर काफी असंतुष्ट होते हुए जोनल अधिकारी को फटकार लगाई।

उन्होंने कहा कि नालियों से अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाए एवं नालियों की नियमित सफाई कराई जाए। उन्होंने फैजुल्लागंज -2 वार्ड में रहीमनगर, डुडौली मार्ग व केसर नगर में ढकी नालियों को खुलवाकर उसमें जमे सिल्ट को तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र के सफाई कर्मी एवं अन्य जिम्मेदार कार्मिक उपस्थित रहकर आज शाम तक सभी नालियों की सफाई करवाएं। इसके साथ ही उन्होंने अलीगंज वार्ड तथा लाल बहादुर शास्त्री -2 वार्ड का भी निरीक्षण किया।

लाल बहादुर शास्त्री -2 में लोगों ने मंत्री जी  को एक मांग पत्र सौपा जो क्षेत्र में जलजमाव, स्ट्रीट लाइट, सर्वाेदय नगर चौराहे की बेरीकेटिंग एवं एसटीपी की क्षमता बढ़ाने से संबंधित थी। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि इन सभी मांगो पर गंभीरता से परीक्षण करते हुए उनके समाधान का प्रयास किया जाएगा।

श्री खन्ना कहा कि सभी जोनों के जोनल अधिकारी अपने-अपने जोन में नियमित निरीक्षण करें और सफाई व्यवस्था एवं नालियों  की सफाई को सुनिश्चित कराएं। उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि खाली पड़े प्लाटों को चिन्हित कर उनके मालिकों को नोटिस देकर उनकी बाउंड्री वॉल कराई जाए।

उन्होंने कहा कि खाली पड़े प्लाटों पर कूड़ा एवं गंदगियां होती हैं, जिससे बीमारियां फैलती हैं और मच्छर इत्यादि पैदा होते हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि त्योहारी सीजन को देखते हुए घनी आबादी वाले वार्डों में एंटीलार्वा एवं फांगिग नियमित रूप से करायी जाए। साथ ही शुद्ध पेय जल की आपूर्ति के लिए जल की गुणवत्ता को भी सुनिश्चित किया जाय।

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