जम्मू और श्रीनगर को जोड़ने वाली रेलवे लाइन का निर्माण पूरा, कश्मीर को मिलेगा सीधा कनेक्शन
“रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि जम्मू और श्रीनगर को जोड़ने वाली रेलवे लाइन का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। इस ऐतिहासिक परियोजना के तहत कश्मीर घाटी को अब शेष भारत से सीधा रेल संपर्क मिलेगा। यह रेलवे लाइन कनेक्टिविटी, पर्यटन, और व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय लोगों की जीवनशैली में बड़ा बदलाव लाएगी।”
परियोजना की मुख्य विशेषताएं:
- जम्मू से श्रीनगर तक सीधी कनेक्टिविटी:
- यह रेलवे लाइन जम्मू और श्रीनगर को सीधे रेलमार्ग से जोड़ने वाली पहली परियोजना है।
- इससे कश्मीर घाटी के लोगों को यात्रा में सुविधा मिलेगी।
- सबसे ऊंचा रेलवे पुल:
- इस परियोजना के तहत चेनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल बनाया गया है।
- यह पुल इंजीनियरिंग का एक अनोखा उदाहरण है और भारत की तकनीकी क्षमताओं को दर्शाता है।
- पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा:
- इस रेलवे लाइन के जरिए कश्मीर के पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
- यात्री अब रेल के जरिए कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकेंगे।
रेलवे लाइन का महत्व:
| वर्ग | फायदे |
|---|---|
| यात्री कनेक्टिविटी | जम्मू से श्रीनगर तक यात्रा का समय कम होगा। |
| पर्यटन | कश्मीर घाटी में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। |
| व्यापार और रोजगार | स्थानीय व्यापार और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। |
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बयान:
अश्विनी वैष्णव ने कहा:
“यह रेलवे परियोजना कश्मीर के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। इससे क्षेत्र में रोजगार, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि यह रेलवे लाइन सुरक्षा और स्थिरता के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
कश्मीर घाटी के लिए क्या बदल जाएगा?
- यात्रा में आसानी:
अब कश्मीर घाटी के लोग तेजी से और सुरक्षित तरीके से अन्य राज्यों तक पहुंच पाएंगे। - पर्यटन उद्योग को बढ़ावा:
रेलवे लाइन के जरिए कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि होने की संभावना है। - व्यापार के नए अवसर:
इस परियोजना से स्थानीय व्यापार और कृषि उत्पादों को देशभर के बाजारों में पहुंचने का रास्ता मिलेगा।
भविष्य की योजनाएं:
रेल मंत्रालय ने बताया है कि:
- जल्द ही इस रेलवे लाइन पर यात्रियों के लिए सेवाएं शुरू की जाएंगी।
- इस लाइन को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया गया है।
- परियोजना के तहत रेलवे स्टेशनों को भी आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
भारत की तकनीकी उपलब्धि:
चेनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल को इस परियोजना की सबसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
- इस पुल की ऊंचाई 359 मीटर है।
- यह पुल पेरिस के एफिल टॉवर से भी ऊंचा है।
- यह पुल भूकंप और तेज हवाओं को झेलने में सक्षम है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
कश्मीर घाटी के स्थानीय लोगों ने इस परियोजना को लेकर खुशी जाहिर की है।
- स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे उनकी यात्रा और व्यापार में सुधार होगा।
- यह परियोजना स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी।
