गुयाना में प्रधानमंत्री मोदी ने लोकतंत्र और भारत-गुयाना संबंधों पर दिया संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुयाना की संसद के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए लोकतंत्र को समावेशी समाज के निर्माण का सबसे प्रभावी माध्यम बताया। उन्होंने कहा, “विश्व के लिए सबसे सशक्त मंत्र है – लोकतंत्र प्रथम, मानवता प्रथम। लोकतंत्र हमारे डीएनए, विजन और आचरण का हिस्सा है।”
भारत की वैश्विक प्रतिबद्धता पर जोर
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी संकट के समय भारत हमेशा सबसे पहले मदद के लिए आगे आता है। उन्होंने भारत और गुयाना के ऐतिहासिक और विशेष संबंधों का जिक्र करते हुए बताया कि 180 साल पहले पहला भारतीय गुयाना पहुंचा, और तब से दोनों देशों के संबंध मजबूत बने हुए हैं। गुयाना में भारतीय विरासत से जुड़े स्मारक इस निकटता का प्रतीक हैं।
सम्मान के प्रति आभार व्यक्त किया
प्रधानमंत्री ने गुयाना द्वारा उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से अलंकृत करने पर आभार प्रकट किया और इसे गुयाना के नागरिकों की मित्रता और सम्मान का प्रतीक बताया।
