जम्मू में केंद्रीय गृह सचिव की उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक: शांति और स्थिरता को मजबूत करने पर जोर
“केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने आज जम्मू में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति, आतंकवाद विरोधी अभियान और सीमा पर घुसपैठ जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।”
इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात, आईजी भीम सेन टूटी और वीके बिरदी सहित कई वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करना, आतंकवाद विरोधी रणनीतियों की समीक्षा करना और उभरते खतरों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करना था।
सुरक्षा बैठक के प्रमुख बिंदु
- अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा – यात्रा के दौरान कड़ी निगरानी और सुरक्षा प्रबंधों को सुनिश्चित करना।
- आतंकवाद विरोधी अभियान – सक्रिय आतंकवादी समूहों और उनकी गतिविधियों पर सख्त निगरानी।
- घुसपैठ रोकथाम – सीमाओं पर निगरानी बढ़ाना और उभरते खतरों से निपटने के लिए नई रणनीतियां बनाना।
- स्थानीय कानून व्यवस्था – सुरक्षा बलों और प्रशासन के बीच समन्वय को मजबूत करना।
सरकार की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्धता
यह समीक्षा बैठक पिछले महीने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद आयोजित की गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार, सुरक्षा एजेंसियों को आतंकवाद पर अंकुश लगाने और शांति सुनिश्चित करने के लिए और अधिक सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
