अयोध्या विजन डॉक्यूमेंट को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य किए जाएं : जयवीर सिंह
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यकलापों की प्रगति की समीक्षा बैठक की। पर्यटन भवन में आयोजित बैठक में संचालित परियोजनाओं की समीक्षा और विकास कार्यों के वर्तमान स्थितियों का जायजा लिया।
उन्होंने विकास कार्यों की गति तेज करने, कार्यदायी संस्थाओं की समस्याओं के निस्तारण और स्वीकृत परियोजनाओं को निर्धारित समयसीमा के भीतर संपन्न कराने के निर्देश दिए। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने वर्ष 2023-24 की लंबित और विलंबित परियोजनाओं को समय सीमा से पूरा करने के सख्त निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशानुसार अयोध्या के विकास मॉडल को अपनाएं। अयोध्या की तर्ज पर ड्रेनेज, सीवर, बिजली सहित अन्य कार्यों को किया जाए। अयोध्या विजन डॉक्यूमेंट को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य किए जाएं। श्री जयवीर सिंह ने धार्मिक स्थलों के निर्माण खासकर अयोध्या, मथुरा और वाराणसी में भव्यता का ख्याल रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा, सनातन सहित अन्य धार्मिक स्थलों के निर्माण और विकास में धन की परवाह न करें। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया गया कि, जमीन अधिग्रहण संबंधी समस्याओं या रुकावटों को जल्द से जल्द दूर करें ताकि कार्यदायी संस्थाओं को कार्य प्रगति में किसी प्रकार का व्यवधान न आए। मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग पर्यटकों की लगातार बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए विकास कार्यों को मूर्त रूप दें।
उन्होंने कहा, प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में जुटी प्रदेश सरकार के प्रयासों में पर्यटन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। पर्यटन विभाग के ऊपर काफी जिम्मेदारियां हैं। इस दौरान श्री देवीपाटन धाम तीर्थ विकास परिषद को लेकर भी विमर्श हुआ। पर्यटन मंत्री बोले, बलरामपुर में इको टूरिज्म के विकास की प्रबल संभावनाएं हैं, जिसे विकसित किया जाए।
जयवीर सिंह ने जनप्रतिनिधियों से संबंधित विकास कार्यों और उनसे जुड़ी समस्याओं के शीघ्र निस्तारण और सहभागिता बढ़ाने के निर्देश दिए। सभी मंडलों के अधिकारियों को हफ्तेभर के भीतर प्रस्ताव पेश करने को कहा है। उन्होंने महाकुंभ-2025 से संबंधित कार्यों का जायजा लिया। साथ ही, बोट मैन, होम स्टे संचालकों, टूरिस्ट पुलिस, वेंडर्स, स्टोरी टेलिंग आदि के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षित तथा प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के लिए अंतरराष्ट्रीय टूर एंड ट्रैवल ऑपरेटर्स को आमंत्रित करने और उनकी मदद लेने आदि के निर्देश दिए।
