चीन की मदद से BRICS में शामिल होकर भारत की बराबरी करना चाहता था पाकिस्तान, रूस ने दिया ठकरा सा जवाब
पाकिस्तान ने चीन की मदद से BRICS (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) समूह में शामिल होने की कोशिश की थी, जिससे भारत के साथ समान स्तर पर आ सकने की इच्छा जताई थी। लेकिन रूस ने इस प्रस्ताव को ठुकराते हुए पाकिस्तान की कोशिशों को असफल कर दिया।
घटना का विवरण:
- पाकिस्तान की कोशिश: BRICS में शामिल होने की कोशिश, चीन की मदद से
- रूस की प्रतिक्रिया: प्रस्ताव को ठुकराया
रूस की प्रतिक्रिया: रूस ने पाकिस्तान के इस प्रयास को सीधे तौर पर खारिज कर दिया। रूस ने स्पष्ट किया कि BRICS में सदस्यता के लिए पाकिस्तान का आवेदन मान्य नहीं है और मौजूदा सदस्य देशों के बीच समान विचारधारा और सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
BRICS में पाकिस्तान की एंट्री: पाकिस्तान ने BRICS में शामिल होने की कोशिश में चीन की राजनीतिक और आर्थिक सहायता प्राप्त की थी, जो वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की स्थिति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक कदम था। हालांकि, रूस और अन्य सदस्य देशों ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई और पाकिस्तान की सदस्यता की संभावनाओं को नकार दिया।
रूस और BRICS का दृष्टिकोण: रूस और अन्य BRICS सदस्य देशों ने कहा कि BRICS का उद्देश्य आर्थिक और राजनीतिक सहयोग बढ़ाना है, और किसी भी नए सदस्य को स्वीकार करने से पहले इसके विशेष मानदंडों और प्रक्रियाओं का पालन करना आवश्यक है। रूस ने पाकिस्तान के प्रयास को इस संदर्भ में अनुपयुक्त और असंभावित माना।
