केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने चौथी औद्योगिक क्रांति में शिक्षा के महत्व पर दिया जोर
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धमेन्द्र प्रधान ने कहा है कि चौथी औद्योगिक क्रांति में शिक्षा की छात्रों को सृजनकर्ता और प्रौद्योगिकी प्रबंधक बनाने की जिम्मेदारी होनी चाहिए।
आज मेलर्बन में आस्ट्रेलियाई शिक्षा सम्मेलन के पूर्ण सत्र में श्री प्रधान ने भारत और आस्ट्रेलिया के बीच मजबूत सांझेदारी की सराहना की और कहा कि यह साझेदारी उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगी। उन्होंने कहा कि भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति रोजगार के उभरते बाजारों के अनुरूप डिजीटल साक्षरता, कौशल, आलोचनात्मक सोच और अंतरविधा अध्ययन पर जोर देती है।
श्री प्रधान ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में सहयोग भारत आस्ट्रेलिया के संबंधो की महत्वपूर्ण धुरी है।प्रधान ने आस्ट्रलिया के शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर एम पी के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की। दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के प्रमुख तथा अन्य गणमान्य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।
